हिन्दी दिवस प्रतियोगिता - प्रेम गीत के छंद लिखूँ| 15-Sep-2022
#हिन्दी दिवस
प्रेम गीत के छंद लिखूँ|
बंधन अनुपम प्रियतम तुमसे,
प्रेम गीत के छंद लिखूँ|
तुमको मन का मीत लिखूँ,
या साँसों का अनुबंध लिखूँ |
नयनों की चितवन सुन्दरतम,
भाव प्रेम का बरसे नूतन |
वसुधा भीगी इस रिमझिम से ,
पुष्प पल्लवित उपवन- उपवन
तुमको कोई ग़ज़ल लिखूँ
या विस्तृत भाव निबंध लिखूँ |
मन की देहरी अक्षत कुमकुम,
महका जैसे चन्दन- चन्दन |
"दीप" प्रकाशित तुलसी पावन,
और रंगोली सजती आँगन |
तुमको कोई रंग लिखूँ या
खिला फूल मकरंद लिखूँ |
चांदनी शीतल उजला मधुवन,
प्रेम है मन का पावन बंधन l
वसुंधरा मिल रही गगन से ,
और कर रही शत-शत वंदन l
तुमको कोई बाग लिखूं या
व्यापक मंद सुगंध लिखूँ l
© रचनाकार
डॉ. दीप्ति गौड़ "दीप"
शिक्षाविद् एवम् कवयित्री
ग्वालियर म.प्र.
(वर्ल्ड रिकॉर्ड पार्टिसिपेंट)
सर्वांगीण दक्षता हेतू राष्ट्रपति भवन नई दिल्ली की ओर से भारत के भूतपूर्व राष्ट्रपति महामहिम स्व. डॉ. शंकर दयाल शर्मा स्मृति स्वर्ण पदक,विशिष्ट प्रतिभा सम्पन्न शिक्षक के रूप में राज्यपाल अवार्ड से सम्मानित।
आँचल सोनी 'हिया'
17-Sep-2022 12:05 AM
Achha likha hai 💐
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Shashank मणि Yadava 'सनम'
16-Sep-2022 10:04 PM
Wahhhh बहुत ही खूबसूरत रचना लाजवाब लाजवाब
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Suryansh
16-Sep-2022 08:38 PM
बहुत ही उम्दा और सशक्त रचना शानदार, जानदार, लाजवाब Superr से भी बहुत बहुत uperr मजा आ गया
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